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भागवत कथा सुनने से दूर होते है हर संकट: पुंडीरीक जी महराज


 

अध्यात्म: देवरिया जिले के भीखमपुर रोड अंबेडकर नगर में आयोजित,श्रीमद् भागवत कथा को श्री पुंडीरीक जी महराज अपने मुखारविंद से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया,श्रवण मात्र से ही तत्काल हृदय में ईश्वर का आविर्भाव हो जाता है श्रीमद् भागवत की कथा भगवान की कृपा से ही प्राप्त होती है जब जीव पर भगवान की कृपा होती है तब वह भागवत की कथा सुनता है श्रीमद् भागवत महापुराण नित्य सत्य और शाश्वत है इस महापुराण में भगवान और भगवान के भक्तों का चरित्र वर्णित है भगवान अपने भक्तों के लिए विविध प्रकार का अवतार धारण करते हैं ।


भागवत महापुराण के महत्व में यह बताया गया की साधक के जीवन में यदि भक्ति युवा हो और ज्ञान वैराग्य वृद्ध हो तो भक्ति रोने लगती है इसलिए ज्ञान और वैराग्य को भी पुस्ट करना आवश्यक है गोकर्ण और धुंधकारी की कथा यह बताती है की भागवत की कथा से जीवित प्राणी का ही कल्याण नहीं होता मरे हुए लोगों का भी कल्याण करती है भागवत भगवान का स्वरूप है भागवत में भगवान विराजते हैं और महात्म्य की कथा में यह भी बताया गया कथा के महत्व को जाने बिना हमारा प्रेम उसे कथा में नहीं होता है।



इसीलिए पद्म पुराण में जो वर्णित माहात्म्य है उसको अवश्य श्रवण करना चाहिए इसके पश्चात भागवत महापुराण में यह भी बताया गया की कथा क्यों सुन और कथा कैसे सुने इसकी विधि का वर्णन जिसके द्वारा हो वही महात्म्य है।