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माफिया अतीक की पत्नी लेडी डान शाइस्ता परवीन और गुड्डू बमबाज जल्द होंगे गिरफ्तार!DGP प्रशांत कुमार


न्यूज डेस्क: यूपी के DGP प्रशांत कुमार का एक बड़ा बयान सामने आया है प्रशांत कुमार ने कहा है की लोकसभा चुनाव से पहले माफिया अतीक की पत्नी लेडी डान शाइस्ता परवीन और गुडडू बमबाज को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा, उन्होंने कहा की इन दोनो आरोपियों की तलाश की जा रही है,यूपी में कोई भी माफिया नही बच सकता हैं।



लेडी डॉन शाइस्ता जल्द होगी गिरफ्तार,DGP प्रशांत कुमार 


डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि जो भी व्यक्ति गलत काम करेगा कानून के तहत उसके खिलाफ सख्त सख्त कार्रवाई होगी, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और गुड्डू बमबाज को लेकर उन्होंने कहा कि माफियाओं पर कार्रवाई के लिए कोई वक्त या सीजन नहीं होता है, उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई चलती रहती है, जब भी मौका मिलेगा उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे इसके अलावा अन्य माफिया पर भी कार्रवाई करेंगे पिछले तीन-चार महीना में उत्तर प्रदेश में करीब 70- 80 ऐसे महत्वपूर्ण माफिया हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है, जो फरार है,उनके खिलाफ एक्शन जारी है,लेडी डॉन शाइस्ता परवीन और गुडडू बमबाज की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।



इसके साथ ही डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि यूपी की फोर्स वही है केवल इच्छा शक्ति बदली है, शासन की स्पष्ट निर्देश जीरो टॉलरेंस अगेंस्ट क्राईम है, लिहाजा पुलिस के कामों में कोई हस्तक्षेप ना हो पुलिस को खुली छूट देना, नियुक्तियों में पारदर्शिता होना, हमारे पास यंग ब्लड है, वह टेक्निकल दक्ष है. पिछले 4 सालों में पुलिस का बजट ढाई गुना बढ़ गया है सरकार की वरीयता है कि उत्तर प्रदेश के लोगों को सुरक्षा दिया जाए।


इसके साथ ही प्रशांत कुमार ने कहा कि यूपी के बारे में कहा जाता है कि यहां बुलडोजर चलता है, लेकिन जो भी बुलडोजर चलता है, वह पूरी कानूनी तौर से चलता है शायद यही वजह है कि बुलडोजर कितनी कार्रवाइयों के बाद भी कोर्ट ने कभी इनको लेकर कोई सवाल नहीं उठाया है, उन्होंने कहा कि मुख्तार के खिलाफ स्पीड ट्रायल चल रहा है, लगातार उसके मुकदमे पर कार्रवाई हो रही है, यह एक व्यक्ति विशेष की बात नहीं है पूरे स्टेट में एंटी माफिया फोर्स का गठन किया गया है क्राइम के लिहाज से माफियाओं का बंटवारा किया गया है. कोई अपराधिक माफिया है, कोई भू माफिया है, कोई जंगल माफिया है कोई बिल्डिंग माफिया है. कोई माइनिंग माफिया है इन सबको श्रेणीबद्ध करके आईडेंटिफाई किया गया है इनके केसों की मॉनिटरिंग मुख्यालय लेवल से होती है।



इसके साथ उन्होंने कहा कि यूपी के ऐसे 68 माफियाओं को चिन्हित किया गया है, जिनका आपराधिक इतिहास पुराना है उनको सजा दिलाई जा रही है हम गवाहों को भी सुरक्षा देते हैं, जैसे लोगों को पता चलता है कि शासन इस माफिया खिलाफ कार्रवाई के लिए गंभीर है तो गवाह सामने आते हैं इसीलिए पिछले 7 से 8 महीने में हमने 30000 लोगों को सजा दिलवाई है. इनमें 30 लोगों को तो मृत्युदंड की सजा मिली है. इससे समाज में एक पॉजिटिव मैसेज जाता है।